अब हेल्थ चेकअप के लिए न सुई, न खून! Quick Vitals ऐप लाया डिजिटल स्वास्थ्य क्रांति
भारत में हेल्थकेयर टेक्नोलॉजी ने एक बड़ा कदम उठाया है। अब ब्लड प्रेशर, हीमोग्लोबिन, ऑक्सीजन लेवल और स्ट्रेस जैसे अहम स्वास्थ्य संकेतकों की जांच सिर्फ 20 सेकंड में, वह भी बिना खून लिए संभव हो चुकी है।
Quick Vitals ऐप: सिर्फ फोन के कैमरे से हेल्थ चेकअप
Quick Vitals एक अत्याधुनिक मोबाइल एप्लिकेशन है, जो Photoplethysmography (PPG) तकनीक पर आधारित है। यह तकनीक स्मार्टफोन के कैमरे के ज़रिए त्वचा से परावर्तित प्रकाश का विश्लेषण करती है और शरीर के अंदरूनी बदलावों को पहचानकर स्वास्थ्य से जुड़ी कई जानकारियां देती है।
सफल ट्रायल: निलोफ़र अस्पताल में महिलाओं को मिला लाभ
हैदराबाद स्थित निलोफ़र सरकारी अस्पताल के मैटरनिटी वार्ड में इस ऐप का सफल परीक्षण किया गया। गर्भवती महिलाओं में एनीमिया की जांच के लिए इसका उपयोग किया गया, जिससे उन्हें समय पर इलाज मिल पाया। अब इसे महाराष्ट्र और फिर देश के अन्य ग्रामीण क्षेत्रों में लागू करने की योजना बनाई जा रही है।
कौन-कौन से हेल्थ पैरामीटर्स की जांच करता है Quick Vitals?
यह ऐप निम्नलिखित स्वास्थ्य संकेतकों की जांच करने में सक्षम है:
ब्लड प्रेशर
हार्ट रेट
कोलेस्ट्रॉल
हीमोग्लोबिन A1c
ऑक्सीजन सेचुरेशन (SpO2)
श्वसन दर
तनाव स्तर (Stress Level)
PRQ (Pulse Respiratory Quotient)
हार्ट रेट वायाबिलिटी (HRV)
पैरासिम्पेथेटिक और सिम्पेथेटिक गतिविधियां
WHO मानकों पर आधारित, डेटा पूरी तरह सुरक्षित
Quick Vitals को बिसम फार्मास्यूटिकल्स द्वारा विकसित किया गया है। इसके संस्थापक हरीश बिसम के अनुसार, ऐप द्वारा दी गई रीडिंग्स WHO और American Heart Association के मानकों के भीतर होती हैं। उपयोगकर्ता का डेटा एन्क्रिप्टेड और सुरक्षित सर्वर पर स्टोर होता है, जिसे केवल अधिकृत स्वास्थ्य विशेषज्ञ ही एक्सेस कर सकते हैं।
सरकार के स्वास्थ्य मिशनों के लिए वरदान
विशेषज्ञों का मानना है कि यह ऐप RBSK (राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम) और RKSK (राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम) जैसे सरकारी प्रयासों के तहत मातृ एवं बाल स्वास्थ्य की स्थिति सुधारने में क्रांतिकारी भूमिका निभा सकता है, विशेषकर ग्रामीण और पिछड़े इलाकों में।
1,000 बच्चों पर जल्द शुरू होगा क्लिनिकल ट्रायल
Quick Vitals ऐप की प्रभावशीलता को और बेहतर ढंग से साबित करने के लिए 1,000 बच्चों पर क्लिनिकल ट्रायल की तैयारी की जा रही है। इसमें ऐप से प्राप्त रीडिंग्स की तुलना पारंपरिक ब्लड टेस्ट से की जाएगी। यदि नतीजे सकारात्मक रहे, तो यह तकनीक बच्चों के समय रहते जांच और इलाज में क्रांति ला सकती है।
निष्कर्ष:
Quick Vitals न केवल समय और संसाधनों की बचत करता है, बल्कि उन क्षेत्रों में स्वास्थ्य जांच को संभव बनाता है, जहां आज भी प्राथमिक स्वास्थ्य सुविधाओं की भारी कमी है। यह ऐप भारत में डिजिटल हेल्थकेयर की दिशा में एक साहसिक और स्वागतयोग्य कदम है।