• Dehradun
  • December 13, 2025
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देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड में हैलीकॉप्टर सेवाओं की सुरक्षा को लेकर कड़ा रुख अख्तियार किया है। उन्होंने प्रदेश में सेवाएं दे रहे सभी हैली सर्विस प्रोवाइडर्स और ऑपरेटर्स को स्पष्ट शब्दों में कहा है कि यात्रियों की सुरक्षा मानकों से किसी भी तरह का समझौता बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, भले ही यात्रियों की संख्या कितनी भी अधिक क्यों न हो। मुख्यमंत्री ने साफ तौर पर कहा कि सुरक्षा मानकों को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जानी चाहिए।

दुर्घटनाओं की ऑडिट और सख्त दिशानिर्देश
मुख्यमंत्री धामी ने पिछले वर्षों में हुई हैली दुर्घटनाओं की गहन ऑडिट और निरंतर समीक्षा के निर्देश दिए हैं ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकी जा सके। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि यात्रियों की सुरक्षा राज्य के नोडल के रूप में उत्तराखंड का सबसे बड़ा दायित्व है।

बैठक में मुख्यमंत्री ने हैलीकॉप्टरों की नियमित फिटनेस जांच का सख्ती से पालन करने, हैलीकॉप्टर टिकट बुकिंग के लिए एक ठोस और प्रभावी मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) बनाने और उच्च हिमालयी क्षेत्रों में संचालित होने वाले हैलीकॉप्टरों के इंजन सुरक्षा मानकों का कड़ाई से पालन करने के भी कड़े निर्देश दिए।

मौसम की जानकारी और भविष्य की योजना
मुख्यमंत्री धामी मुख्यमंत्री आवास में उत्तराखंड में अपनी सेवाएं दे रहे सभी हैलीकॉप्टर सर्विस प्रोवाइडर्स, ऑपरेटर्स, उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण (यूकाडा), विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) और नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) के साथ प्रदेश की हैली सेवा सेवाओं की समीक्षा कर रहे थे।

मौसम के कारण हैली सेवाओं में आने वाली बाधाओं और सटीक मौसम जानकारी सुनिश्चित करने के लिए, मुख्यमंत्री धामी ने केदार वैली के साथ-साथ सभी चारधाम वैली में वेदर कैमरे लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने यूकाडा को भविष्य में केवल डबल इंजन हैलीकॉप्टरों के संचालन के लिए एक ठोस नीति तैयार करने के भी निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने यूकाडा और संबंधित हितधारकों को वैष्णो देवी में संचालित की जा रही हैली सर्विस मॉडल का अध्ययन करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि राज्य में हैली सेवाओं में केवल अत्यधिक अनुभवी पायलटों को ही नियुक्त किया जाए।

यात्रियों के प्रति संवेदनशील व्यवहार और स्वच्छता
मुख्यमंत्री धामी ने हैली ऑपरेटर्स को यात्रियों के साथ संवेदनशील व्यवहार बनाए रखने की सख्त नसीहत दी, ताकि दुनियाभर से आने वाले पर्यटक देवभूमि से सुखद अनुभव लेकर जाएं। उन्होंने हैली ऑपरेटर्स और प्रशासन को चारधाम मार्गों पर स्वच्छता अभियान चलाने के भी निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री ने बताया कि भविष्य में हैली सेवाओं की बढ़ती मांग को देखते हुए राज्य में कई हैलीपैड निर्माणाधीन हैं। इस वर्ष अब तक 66,000 से अधिक यात्री हैली शटल सेवाओं का लाभ उठा चुके हैं।

आज की बैठक में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने यूकाडा को राज्य के लिए अगले 10 वर्षों हेतु हैली सेवाओं की कार्ययोजना बनाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पर्यटन और चारधाम राज्य होने के कारण हैली सेवाओं की मांग राज्य में तेजी से बढ़ने वाली है और विषम भौगोलिक परिस्थितियों के कारण भविष्य में हैली सेवाएं राज्य का आधार बनेंगी।

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uttarakhandinsight18@gmail.com

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